पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में 70 सीट पर चुनाव लड़कर मात्र 19 सीट पर सिमटने वाली कांग्रेस पार्टी पर सवालिया निशान लग रहे हैं. वहीं, कांग्रेस में टूट की आशंका देखते हुए शुक्रवार को सदाकत आश्रम में विधायक दल की बैठक हुई. इसमें इसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय शामिल हुए.
हालांकि, विधायक दल की बैठक के दौरान पार्टी कार्यालय में जमकर बवाल मचा. बैठक में प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेताओं के सामने ही नवनिर्वाचित विधायकों की माजूदगी में अचानक हंगामा करना शुरू हो गया. देखते ही देखते पार्टी कार्यकर्ता आपस में भीड़ गए और मारपीट और गाली गलौज करने लगे.
दो विधायकों के समर्थक भिड़े
जानकारी के मुताबिक विधायक सिद्धार्थ सिंह और विधायक विजय शंकर दूबे के समर्थक आपस में भिड़ गए. इस दौरान आपस में की गाली गलौज करने लगे. बता दें कि दोनों विधायकों के समर्थक अपने-अपने नेता को विधायक दल का नेता बनाने की मांग कर रहे थे. बात हाथापाई और गाली गलौज से लेकर विरोध प्रदर्शन से लेकर पार्टी के खिलाफ नारे लगाए गए.
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बता दें कि बिहार में नव निर्वाचित विधायकों को टूटने से रोकने के लिए छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को आलाकमान ने साधने के लिए बिहार भेजा है. बैठक कर सभी विधायक को एकजुट रखने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस आलाकमान नव निर्वाचित विधायकों में टूट से रोकने की कोशिश कर रही है लेकिन विधायक समर्थक आपस में ही उलझ रहे हैं.