पटनाः बिहार विधानसभा के नये स्पीकर के रुप में पूर्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा निर्वाचित हुए हैं. उन्होंने महागठबंधन के कैंडिडेट अवध बिहारी चौधरी को शिकस्त देते हुए स्पीकर चुने गए. हालांकि, वोटिंग के दौरान सदन में काफी हंगामा भी हुआ.
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सत्र के दौरान चार विधायकों के शपथ ग्रहण के बाद प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने सर्वसम्मति से स्पीकर के चयन का प्रस्ताव रखा. इसके बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू करते हुए सीएम नीतीश कुमार, मंत्री अशोक चौधरी और मुकेश साहनी को सदन से बाहर निकालने की मांग करने लगे. वहीं, प्रोटेम स्पीकर विपक्ष की मांग मानते हुए मुकेश सहनी और अशोक चौधरी को सदन से बहार जाने का आदेश दिया. हालांकि, नीतीश कुमार सदन में ही मौजूद रहे.
मांझी ने जमकर लगाई फटकार
वहीं, सीएम नीतीश कुमार के सदन में मौजूद रहने पर नेता प्रतिपक्ष ने सवाल खड़े किये. इस पर प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने तेजस्वी को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि सीएम विधानसभा का नेता होता है. अध्यक्ष पद की चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने और परिणाम सामने आने के बाद नीतीश कुमार ही नवनिर्वाचित स्पीकर को कुर्सी पर बैठाएंगे. ऐसे में उनका सदन में रहना जरुरी है इसमें कोई अनुचित बात नहीं है.
बिन विधायाक लालू भी रहते थे मौजूद
वहीं, जीतनराम मांझी ने पुराने दिनों का हवाला देते हुए तेजस्वी को कहा कि इस सदन ने राबड़ी शासनकाल में यह भी देखा कि लालू यादव सांसद थे विधायक नहीं थे, तब भी वो सदन में मौजूद थे. हालांकि यह कहने के बावजूद विपक्ष मानने को तैयार नहीं हुआ और गुप्त मतदान की मांग करते रहे.
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#WATCH | बिहार: राजद विधायकों द्वारा लगातार सदन में ध्वनि मत का विरोध किया गया।
प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने कहा, “इसी सदन में ये भी बात देखी गई है कि जब माननीय राबड़ी देवी मुख्यमंत्री थी, तब पार्लियामेंट मेंबर माननीय लालू जी भी उपस्थित थे।” https://t.co/B7x1KgV89y pic.twitter.com/OjLtifZ7Yg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2020