हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘छपाक’ की निर्देशक मेघना गुलजार ने कहा कि अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का JNU जाकर हमले के शि’कार छात्रों के प्रति एकजुटता एवं सहानुभूति प्रकट करना उनका निजी फैसला था। उन्होंने निजी और पेशेवर जीवन को अलग रखने की जरूरत बताई। मेघना गुलजार ने दर्शकों से भी अनुरोध किया कि वे नजरिया बदलें और ते’जाब ह’मले की शि’कार लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर फिल्म बनाने के कारण को देखें।


आपको बता दें कि ‘छपाक’ फिल्म में दीपिका मुख्य भूमिका में है। यह फिल्म उस समय राष्ट्रीय सुर्खियों में आयी जब दीपिका छपाक के प्रदर्शन से तीन दिन पहले जेएनयू परिसर में घायलों से मिलने गईं। हालांकि, उन्होंने वहां पर कुछ नहीं कहा। इसको लेकर दीपिका को प्रशंसा के साथ-साथ आलोचना का भी सामना करना पड़ा।
मेघना गुलजार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए टेलीफोन साक्षात्कार में दीपिका पादुकोण के JNU जाने के मुद्दे पर कहा, ‘हमें हमेशा निजी और पेशेवर जीवन को अलग करने में सक्षम होना चाहिए। उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि कोई अपनी निजी जिंदगी में क्या करता है और पेशेवर की तरह फिल्म में क्या करता है, उसे अलग-अलग देखना चाहिए।’